आर्मी चीफ़ जनरल बिपिन रावत का बयान क्या सेना के नियमों का उल्लंघन है?
भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने दिल्ली में गुरुवार को एक कार्यक्रम में नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ हो रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर कुछ ऐसा कहा जिसकी विभिन्न राजनीतिक दल आलोचना कर रहे हैं. मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह जनरल रावत ने कहा, "नेता को नेतृत्व से ही जाना जाता है. अगर आप प्रगति के रा स्ते पर ले जाते हैं तो आपके पीछे हर कोई हो जाता है. नेता वही है जो लोगों को सही दिशा में ले जाता है. नेता वो नहीं होता जो अनुचित दिशा में ले जाए. हम देख रहे हैं कि कॉलेज और यूनिर्सिटी में जो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं उनमें हिंसा और आगज़नी हो रही है. यह कोई नेतृत्व नहीं है." मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह जनरल रावत के इस बयान को 'राजनी तिक' और 'सैन्य अधिकारी के लिए अनुचित' माना जा रहा है. सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने इसकी निंदा करते हुए ट्वि टर पर चिंता जताई कि 'कहीं हम सेना के राजनीतिकरण तो नहीं कर रहे' और 'पाकिस्तान के रास्ते पर तो नहीं चल रहे.' मुक्त अश्लील सेक्स और अनल सेक्स संग्रह वहीं एआईएमआईएम के प्रमुख और है